गरीबी हटाओ नारा 1971

                                  1971एक अजीब बात जो सुनने में शायद बहुत अच्छे लगते हैं। लेकिन अगर मैं बात करूं वह बात की क्या वह बात हकीकत में सच है, हां मैं बात कर रहा हूं एक ऐसे नारा की जो नारा नहीं गरीबों का आशा था, लेकिन शायद आज हमारे राजनीतिक पार्टी ने इसे नारा बने रहने देने में ही अपनी भूमिका निभाई ,मैं वो नारा की बात कर रहा हूं जिसके सहारे 1971 में बड़े चुनाव की जीत हुई जी हां वह नारा है,  गरीबी हटाओ। सुनने में यह नारा जितना अच्छा है उतना ही अच्छा इसके काम है। लेकिन शायद यह नारा सिर्फ बोलने के लिए बना है जी हां जिस नारा का मैं बात कर रहा हूं वह नारा 1971 में इंदिरा गांधी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया और शायद आज भी वही बातें दोहराई जा रही हैं हमारे महिला प्रधानमंत्री के मुंह की आवाज है। यह नारा उस समय ज्यादा सुनाई दी थी जब इंदिरा हटाओ के नारा सुनने को मिला था हां वह समय था इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री चुनाव के दौरान बोला गया यह नारा था जो इंदिरा गांधी की चुनाव का एक अलग हथियार बना इस नारे ने इंदिरा गांधी को एक ऐसी जीत की ओर ले गई जो इंदिरा गांधी को बहुत बड़ी जीत दिलाई इंदिरा गांधी के विपक्ष के लोगों ने इंदिरा हटाओ के नारे में एक नया नारा शामिल भी हो गया जो इंदिरा गांधी ने चुनाव के दौरान गरीबी हटाओ के नारे का उन्होंने उपयोग किया इस नारा ने इंदिरा गांधी को एक अलग राजनीतिक मोड़ दिया एक अलग मुस्कान दी लेकिन शायद वह मुस्कान इंदिरा गांधी के चेहरे तक ही सीमित थी ? 
       
                 Chintu singh sisodiya 

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