एक कोशिश बेटियों के सम्मान के अधिकार 🙏🙏      

 ऐसे नरभक्षी लोग भी आज जिंदा है जो हमारे मां बेटी को मारना काटना अपना सुकून बना लिए हैं अब तो घिन आती है ऐसे समाज से , सारे बेटी से बहनों से हाथ जोड़कर विनती है । ऐसे लोगों से दूर रहे ,  हम सब बोलते हैं कि बेटियां मां दुर्गा की अवतार होती है और आज वही बेटियां पर दुख आ  रही है एक तरफ तो हम बेटियों को ऊंचे दर्जा का ओदा देते हैं और दूसरी तरफ बेटी पर दुख की पहाड़ टूटता है । और हम सब बस न्यूज़पेपर पढ़ कर सो जाते हैं इन दिनों ऐसे ऐसे न्यूज़ आ रहे हैं। खासकर प्यार के नाम पर धोखा, मारना, काटना, इन दिनों हम यह न्यूज़ सुनते आ रहे हैं फिर भी आज हमारे समाज की आंखें बंद है ऐसा लगता है कि इन आंखों को खोलने वाला कोई है ही नहीं एक तरफ तो हम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे लगाते हैं।और दूसरी तरफ न्यूज़ में पेपर में ऐसे ऐसे खबर पढ़कर बस दुःख प्रकट करते हैं यह सच्चाई है कि सिर्फ हम सब सिर्फ दुख प्रकट करते हैं। लेकिन कुछ करते नहीं है अगर बायदवे कुछ लोग रोड पर प्रदर्शन करते भी हैं तो बस एक-दो दिन में ओ प्रदर्शन खत्म हो जाता है और धीरे-धीरे हम सब वह घटना को भूल जाते हैं अगर हम आज आगे नहीं बड़े तो फिर कभी नहीं आज किसी और की बहन बेटियों पर  प्यार के नाम पर खिलवाड़ किया जा रहा है कल दिन ऐसा ना हो कि हम सब की भी मां बहन बेटी पर यह संकट आए इसीलिए मैं सभी से हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि अगर आज नहीं बड़े तो  फिर कभी नहीं, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे लगाने से नहीं होता हम सबको इस समाज में ऐसे घटनाओं को रोकना पड़ेगा बेटी को आगे बढ़ाना पड़ेगा और मैं ऐसा नहीं बोल रहा हूं कि यह सिर्फ जिम्मेदारी गार्जियन की होती है मैं सारे बेटियों से हाथ जोड़ विनती करता हूं कि आप भी अपने आप को ऐसे नरभक्षी लोगों से बच कर रहे जो प्यार के नाम पर सिर्फ खेलना, और मारना, काटना, जानते हैं हम सच्चाई को छिपा नहीं सकते बस उससे मुंह मोड़ सकते हैं लेकिन मैं अपने रहने वाले समाज से यही विनती करता हूं कि  इस सच्चाई से मुंह ना मोड़े बल्कि इसका सामना करें अगर आज हमारा समाज नहीं जागा तो फिर आगे और भी ऐसे बुरे दृश्य देखने को मिलेंगे ।

                    एक कोशिश बेटियों के सम्मान के अधिकार 
      
                                      -  Chintu singh sisodiya 
     

                 

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