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Showing posts from December, 2022

एक कोशिश बेटियों के सम्मान के अधिकार 🙏🙏      

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 ऐसे नरभक्षी लोग भी आज जिंदा है जो हमारे मां बेटी को मारना काटना अपना सुकून बना लिए हैं अब तो घिन आती है ऐसे समाज से , सारे बेटी से बहनों से हाथ जोड़कर विनती है । ऐसे लोगों से दूर रहे ,  हम सब बोलते हैं कि बेटियां मां दुर्गा की अवतार होती है और आज वही बेटियां पर दुख आ  रही है एक तरफ तो हम बेटियों को ऊंचे दर्जा का ओदा देते हैं और दूसरी तरफ बेटी पर दुख की पहाड़ टूटता है । और हम सब बस न्यूज़पेपर पढ़ कर सो जाते हैं इन दिनों ऐसे ऐसे न्यूज़ आ रहे हैं। खासकर प्यार के नाम पर धोखा, मारना, काटना, इन दिनों हम यह न्यूज़ सुनते आ रहे हैं फिर भी आज हमारे समाज की आंखें बंद है ऐसा लगता है कि इन आंखों को खोलने वाला कोई है ही नहीं एक तरफ तो हम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे लगाते हैं।और दूसरी तरफ न्यूज़ में पेपर में ऐसे ऐसे खबर पढ़कर बस दुःख प्रकट करते हैं यह सच्चाई है कि सिर्फ हम सब सिर्फ दुख प्रकट करते हैं। लेकिन कुछ करते नहीं है अगर बायदवे कुछ लोग रोड पर प्रदर्शन करते भी हैं तो बस एक-दो दिन में ओ प्रदर्शन खत्म हो जाता है और धीरे-धीरे हम सब वह घटना को भूल जाते हैं अग...

chintu singh sisodiya

मैं अपना बुक 18/12/2022 को पहली बार पब्लिश कर रहा हूं ।  Book name :-  मैं नालंदा विश्वविद्यालय बोल रहा हूँ। 

मैं नालंदा विश्वविद्यालय बोल रहा हूँ

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 मेरे बारे में आपने सुना ही होगा। ऐतिहासिक  के प्रमाण के अनुसार मैं अपने स्थापना के बारे में बता देना चाहता हूं । तो मेरा स्थापना गुप्तकालीन सम्राट कुमारगुप्त प्रथम ने 413 - 455 ईस्वी पूर्व में की अगर मैं बोलूं तो मेरा स्थापना 5 वी शताब्दी में हुआ। मैं इतना बड़ा और सुंदर था कि मेरे प्रांगण में आने वाले इंसान प्यार और स्नेह से भर जाया करते थे। मेरी लंबाई 800 फीट थी चौड़ाई 1600 फिट थी मैं 30 एकड़  मैं फैला था और मेरे अंदर की कहानी के बारे में आगे आप खुद जान जाइएगा। हां तो मैं नालंदा विश्वविद्यालय बोल रहा हूं। तो मेरे बारे में तो आपने बहुत कुछ सुना ही होगा क्योंकि मेरा इतिहास कुछ अनोखा है मैं ज्ञान का भंडार था मैं नई उड़ान का पुरानी पहचान था मुझ में बस्ती थी एक अलग दुनिया जिससे मैं खुद में ही एक पहचान था चाहत थी की खुद को और बड़ा बनाऊं मैं , मैं ज्ञान की इस सागर में एक अलग ज्ञानी था चीर कर बादलों को मंजिल तक पहुंचाने वाला मैं एक अलग अभिमानी था सबसे पहले आप सबको मैं बता देना चाहता हूं कि मैं रहता कहां था तो मैं बिहार राज्य के एक बड़े से जिले में निवास ...